कल शाम दो मुख्य समाचर टीवी चैनल पर छाये हुये थे. पहला बाल ठाकरे की तबियत खराब होने का और दूसरा
2जी स्पेक्ट्रम के नीलामी का.
बात शुरु
करता हूँ 2जी स्पेक्ट्रम से .
मनीष तिवारी
को तो देख कर लग रहा था जैसे इन्होने कोई क़िला जीत लिया हो. जोर – जोर से दहाड़े लगा कर कैग को और
विपक्षी पार्टियों को कोस
रहे थे सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने की वकालत करते नजर आ रहे थे.
एक दूसरे
कांग्रेसी नेता , लादेन जी के भक्त भी जोर शोर से कैग प्रमुख को निशाना बना रहे थे. बड़े ही
गहन- गंभीर मुद्रा में भारी
-भरकम शब्दों का प्रयोग करते हुए आत्मचिंतन, आत्ममंथन की सलाह कैग को दे रहे थे.लेकिन एक बात गौर करने वाली थी, सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ कोई कुछ भी नही बोल रहा था जिसने इनके द्वारा
आवंटित लाइसेंस को रद्द कर दिया. निचली कोर्ट ने इनके मंत्री एवं कुछ अन्य को जेल भेज दिया.
क्यो भाई उनसे माफी मांगने को क्यो नही कह रहे हो. इसका मतलब कहीं ना कहीं कुछ ना कुछ गडबड तो हुई थी पर किस
तरह से यह राजनीति के धुरंधर पब्लिक को बरगलाते हैं. यह तो इनके जोर – जोर से चिल्लाने से ही पता लग रहा था.
आज इस सरकार मे बैठे हुए लोगो को कैग अपना सबसे बड़ा दुश्मन नजर आ रहा है. जहां भी मौका मिलता है उसको नसीहत देना शुरु कर देते हैं ,तो कभी कैग प्रमुख को राजनीतिक महत्वकांछी बताते हैं. उद्देश्य होता है कि किसी भी तरह से उसको गलत साबित करके, नीचा दिखाने का. जिससे कि वह आगे इनके हर एक कृत्य को सही ठहराये।
याद होगा इसी कैग ने रा ज ग सरकार के समय ताबूत को विदेशो से बहुत अधिक कीमत पर खरीदने पर टिप्पणी की थी . तब यही कांग्रेसी कैसे कुलांचे भर-भर कर जार्ज फर्नाडीज को कोस रहे थे. कफन चोर जैसी संज्ञा से सुशोभित कर रहे थे. तब इन्हे कैग मे कोई बुराई नही नजर आ रही थी. पर आज कैग से बड़ा इन्हे कोई दुश्मन नही नजर आ रहा है.
कहते हैं किसी झूठ को अगर बार बार सच बताया जाय तो वह सच से ज्यादा सच लगने लगता है. ठीक वैसे ही यह लोग झूठ को हुंकारे भर कर, झूठ को
सच साबित करने मे लगे हुए हैं. जबकि हकीकत यह है कि केवल 22 स्पेक्ट्रम की नीलामी से 9407 करोड़
मिले जबकि 122 लाइसेंस के बदले मे 9200 करोड़ ही मिले थे.
सीधा सा गणित का सवाल है. लेकिन लगे हुए हैं किस तरह से बेबकूफ बनाया
जाय. अब 4जी भारत मे आ चुका है.
3जी तो आम बात है. तो फिर 2 जी की नीलामी से अब उतना पैसा नही मिलेगा जितना पहले मिलता.
अब देखना यह है कि किस करवट उंट बैठता है.
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